चंडीगढ़. अगर आपके परिवार में चार सदस्य हैं और हर दिन थोड़ी सब्जी ही घर में बनती है तो भी एक हफ्ते का खर्चा सब्जियों पर करीब एक हजार रुपए से ज्यादा का बनता है। क्योंकि इस समय महंगाई का ये हाल है कि अगर आप दो या तीन सब्जियां खरीदते हैं तो 300 से 400 रुपए खर्च हो जाते हैं। सबसे महंगा इस समय प्याज बिक रहा है।
मंगलवार को सेक्टर-26 की मंडी में प्याज 80 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से बेचा जा रहा था। अपनी मंडी जो अलग-अलग सेक्टरों में हर रोज लगती है, वहां पर इससे भी ज्यादा रेट पर प्याज का लिया जा रहा था। रेहड़ी-फड़ी वाले भी अपनी मर्जी से रेट लगाते हैं।
जब पिछले महीने 60 रुपए प्रति किलोग्राम के रेट तक प्याज पहुंचा था तो प्रशासक के निर्देश पर सरकारी स्टॉल लगे थे। यहां सस्ते रेट में लोगों को प्याजा दिया गया था। अलग-अलग जगहों पर स्पेशल स्टाॅल लगवाए थे, जो फूड सप्लाई डिपार्टमेंट की तरफ से लगाए गए थे। लेकिन अब जब प्याज का रेट 80 रुपए और इससे भी ज्यादा तक पहुंच चुका है तो इस तरह के स्टाॅल लगाने को लेकर कुछ नहीं किया गया।
हर सब्जी का दाम 40 रुपए या इससे ज्यादा...
इस समय प्याज के अलावा भी बाकी सभी सब्जियों के रेट 40 रुपए या इससे ज्यादा ही हैं। मौसमी सब्जियों के रेट भी महंगे होते जा रहे हैं। इससे आम आदमी परेशान है।
इस समय टमाटर 60 रूपए, नींबू 80, बीन 40,भिंडी 60,शिमला मिर्च 50 .सहित सारी सब्जियाें के रेट में तेजी आ गई है। इसके अलावा नया आलू 30 रूपए और पुराना आलू 25 रूपए के हिसाब से बिक रहा है। इस बढ़ती कीमतों को लेकर प्रशासन की ओर से लोगों के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है।